सूरह बकरा की आखिरी दो आयत की फज़ीलत
Image link surah baqarah last 2 Ayats ------
https://encrypted-tbn0.gstatic.com/images?q=tbn:ANd9GcQ8nSpqfnTwHQAMnWMTn1uEirdO8-HI_pnkkg&usqp=CAU
सुरह बक़रा हिंदी में -------
आमनर-रसूलु बिमा उनजिला इलैहि मिर-रब्बिही वल-मुअ्मिनून, कुल्लुन आमना बिल्लाहि व मलाइकतिही व कुतुबिही व रुसुलिही ला नुफर्रिकु बैना अहदिम-मिर-रुसुलिह, व कालू समिअ्ना व अताअ्ना गुफरानका रब्बना व इलैकल-मसीर। (285)
ला युकल्लिफुल्लाहु नफ्सन इल्ला वुस्अहा, लहा मा कसबत व अलैहा मक-तसबत, रब्बना ला तुआखिजना इन-नसीना औ अख-तअ्ना, रब्बना वला तहमिल अलैना इसरन कमा हमल-तहु अलल-लजिना मिन कबलिना, रब्बना वला तुहम्मिलना मा ला ताकता लना बिह, वअ्फु अन्ना, वग-फिरलना, वर-हमना, अन्ता मौलाना फन-सुरना अलल कौमिल काफिरीन। (286)
हदीस
قَالَ رَسُولُ اللَّهِ صلى الله عليه وسلم
"مَنْ قَرَأَ الآيَتَيْنِ مِنْ آخِرِ سُورَةِ الْبَقَرَةِ فِي لَيْلَةٍ كَفَتَاهُ
रसूल अल्लाह सल्लल्लाहू अलेही वसल्लम ने फरमाया:-
"जो कोई भी शख्स सूरह बकरा की आखरी दो आयतों को रात में पढ़ता है वह उसके लिए काफी हैंं।"
सहीह बुखारी 4008
अबुु दावूद 1397


0 Comments
एक टिप्पणी भेजें
If any problem or query please comment or email