रसूल अल्लाह ( ﷺ ) सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फरमाया :

“बेशक कुरआन में 30 आयातों पर मुश्तमिल एक सूरह है जो अपने कारी (पढ़ने वाले) के लिए शफाअत करती रहेगी । यहाँ तक की इस की मग़फिरत कर दी जाएगी । और ये सूरह तबारकल्लज़ी बियदीहिल मुल्क है ।